Top 10 Best Oil for Indian Cooking: आप सही कुकिंग ऑयल का चुनाव कर रहे हैं?

Top 10 Best Oil for Indian Cooking: आप सही कुकिंग ऑयल का चुनाव कर रहे हैं?

Introduction

भारतीय खाना बनाने में ऑयल का महत्वपूर्ण स्थान है। चाहे वह सब्जी बनाना हो, पराठे सेंकना हो या पकौड़े तलना, हर भारतीय किचन में ऑयल का प्रयोग होता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि Best Oil for Indian Cooking कौन सा ऑयल आपके स्वास्थ्य के लिए सबसे अच्छा है? इस लेख में हम जानेंगे कि भारतीय बाजार में उपलब्ध विभिन्न प्रकार के ऑयल्स में से कौन से ऑयल्स सबसे हेल्दी हैं और कौन से नहीं।

Refined Oil: सेहत के लिए हानिकारक

What is Refined Oil?

रिफाइंड ऑयल का मतलब होता है वह ऑयल जो उच्च तापमान और केमिकल्स के उपयोग से तैयार किया गया हो। इसका मुख्य उद्देश्य ऑयल को साफ और शुद्ध करना होता है, लेकिन इस प्रक्रिया में ऑयल के पोषक तत्व नष्ट हो जाते हैं।

रिफाइंड ऑयल्स का निर्माण एक मल्टी-स्टेज प्रोसेस है, जिसमें सबसे पहले ऑयल को 200 डिग्री से भी ज्यादा तापमान पर केमिकल सॉल्वेंट्स की मदद से एक्सट्रेक्ट किया जाता है। इस उच्च तापमान के कारण ऑयल में मौजूद विटामिन्स और मिनरल्स खत्म हो जाते हैं, और हेल्दी फैटी एसिड्स ट्रांस फैट्स में बदल जाते हैं। इसके बाद, ऑयल को ‘डिओडोराइजेशन’ और ‘ब्लिचिंग’ प्रक्रिया से गुजारा जाता है, जिससे उसकी रंगत और गंध को ठीक किया जाता है। यह प्रक्रियाएं भी ऑयल की प्राकृतिक खूबियों को नुकसान पहुंचाती हैं।

Refined Oil के नुकसान

  1. विटामिन्स और मिनरल्स की कमी: रिफाइनिंग प्रक्रिया के दौरान ऑयल के विटामिन्स और मिनरल्स खत्म हो जाते हैं, जिससे ऑयल पोषणहीन हो जाता है।
  2. Trans Fats का निर्माण: रिफाइनिंग के दौरान उच्च तापमान पर हेल्दी फैटी एसिड्स टूट कर ट्रांस फैट्स में बदल जाते हैं, जो हृदय रोगों का कारण बन सकते हैं।
  3. प्रिजर्वेटिव्स और एंटीऑक्सिडेंट्स: ऑयल की शेल्फ लाइफ बढ़ाने के लिए इसमें प्रिजर्वेटिव्स और एंटीऑक्सिडेंट्स मिलाए जाते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकते हैं।

रिफाइंड ऑयल का लगातार उपयोग करने से लॉन्ग टर्म में गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं जैसे कि हृदय रोग, मधुमेह और कैंसर।

Olive Oil: क्या यह भारतीय कुकिंग के लिए सही है?

Benefits of Olive Oil

ऑलिव ऑयल को दुनिया के सबसे हेल्दी ऑयल्स में से एक माना जाता है। इसमें मोनोअनसैचुरेटेड फैटी एसिड्स होते हैं, जो दिल के लिए फायदेमंद होते हैं। इसके अलावा, ऑलिव ऑयल में एंटीऑक्सिडेंट्स होते हैं, जो शरीर को फ्री रैडिकल्स से बचाते हैं।

ऑलिव ऑयल का उपयोग भारतीय किचन में बढ़ता जा रहा है, लेकिन इसे सही तरीके से इस्तेमाल करना महत्वपूर्ण है। ऑलिव ऑयल को सैटुरेटेड फैट की तुलना में हेल्दी माना जाता है क्योंकि इसमें मोनोअनसैचुरेटेड फैटी एसिड्स होते हैं। हालांकि, इसका स्मोकिंग पॉइंट कम होता है, जिससे इसे डीप फ्राई या हाई हीट कुकिंग के लिए उपयोग करना उचित नहीं है। इसका उपयोग सलाद ड्रेसिंग, पास्ता, और लाइट फ्राइंग में करना सबसे अच्छा होता है।

भारतीय कुकिंग में ऑलिव ऑयल के नुकसान

  1. महंगा (Expensive): ऑलिव ऑयल की कीमत काफी ज्यादा होती है, जिससे इसे रोजाना उपयोग करना अधिकांश लोगों के बजट में नहीं होता।
  2. एडल्टरेशन (Adulteration): बाजार में मिलने वाले ऑलिव ऑयल में मिलावट की संभावना होती है। कुछ अध्ययनों में पाया गया है कि 70% तक इंपोर्टेड ऑलिव ऑयल में मिलावट होती है।
  3. भारतीय रेसिपीज में नहीं सूट करता: ऑलिव ऑयल भारतीय खाने का स्वाद बदल देता है। उदाहरण के लिए, अगर आप आलू के परांठे ऑलिव ऑयल में बनाएंगे, तो उनका स्वाद अलग हो जाएगा।

Cold-Pressed Oils: The Best Choice for Indian Cooking

What Is Cold-Pressed Oils?

कोल्ड प्रेसिंग एक पारंपरिक विधि है जिसमें बीजों को बिना हीटिंग और केमिकल्स के प्रेस किया जाता है। इस प्रक्रिया में ऑयल का तापमान कभी भी 50 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा नहीं होता, जिससे ऑयल में मौजूद विटामिन्स और मिनरल्स बरकरार रहते हैं। कोल्ड प्रेस्ड ऑयल्स न केवल स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होते हैं, बल्कि इनके स्वाद और खुशबू भी बेहतर होते हैं।

Benefits of Cold-Pressed Oils: Best Oil for Indian Cooking

  1. Rich in Vitamins and Minerals: कोल्ड प्रेसिंग प्रक्रिया में कोई हीटिंग या केमिकल्स का उपयोग नहीं होता, जिससे ऑयल में विटामिन्स और मिनरल्स बरकरार रहते हैं।
  2. Natural Aroma and Flavor: कोल्ड प्रेस्ड ऑयल्स में प्राकृतिक खुशबू और स्वाद होता है, जो खाना बनाने के बाद भी बरकरार रहता है।
  3. High Smoke Point: कोल्ड प्रेस्ड ऑयल्स का स्मोकिंग पॉइंट (धूम्रांक) काफी ऊंचा होता है, जिससे इन्हें डीप फ्राई और शैलो फ्राई के लिए भी उपयोग किया जा सकता है।

Best Oil for Indian Cooking

1. तिल (Sesame) का तेल
  • पोषक तत्व: तिल के तेल में विटामिन ई और एंटीऑक्सिडेंट्स की प्रचुरता होती है।
  • स्वास्थ्य लाभ: यह दिल के लिए फायदेमंद होता है और इसमें एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं।
  • स्मोकिंग पॉइंट: तिल का तेल उच्च धूम्रांक (लगभग 210 डिग्री सेल्सियस) पर होता है, जो इसे डीप फ्राई और शैलो फ्राई के लिए उपयुक्त बनाता है।
2. सरसों (Mustard)  का तेल
  • पोषक तत्व: सरसों के तेल में ओमेगा-3 और ओमेगा-6 फैटी एसिड्स होते हैं।
  • स्वास्थ्य लाभ: यह दिल के लिए फायदेमंद होता है और इसमें एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं।
  • स्मोकिंग पॉइंट: सरसों का तेल भी उच्च धूम्रांक (लगभग 250 डिग्री सेल्सियस) पर होता है, जिससे यह डीप फ्राई और शैलो फ्राई के लिए उपयुक्त होता है।
3. मूंगफली (Peanut) का तेल
  • पोषक तत्व: मूंगफली के तेल में विटामिन ई और मोनोअनसैचुरेटेड फैटी एसिड्स होते हैं।
  • स्वास्थ्य लाभ: यह दिल के लिए फायदेमंद होता है और इसमें एंटीऑक्सिडेंट्स होते हैं।
  • स्मोकिंग पॉइंट: मूंगफली का तेल भी उच्च धूम्रांक (लगभग 230 डिग्री सेल्सियस) पर होता है, जिससे यह डीप फ्राई और शैलो फ्राई के लिए उपयुक्त होता है।
4. नारियल (Coconut) का तेल
  • पोषक तत्व: नारियल के तेल में मीडियम चेन फैटी एसिड्स होते हैं, जो शरीर के लिए लाभकारी होते हैं।
  • स्वास्थ्य लाभ: यह दिल के लिए फायदेमंद होता है और इसमें एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं।
  • स्मोकिंग पॉइंट: नारियल का तेल भी उच्च धूम्रांक (लगभग 177 डिग्री सेल्सियस) पर होता है, जो इसे शैलो फ्राई के लिए उपयुक्त बनाता है।

5. घी (Ghee): हर कुकिंग के लिए परफेक्ट

घी भारतीय खानपान का एक अभिन्न हिस्सा है। यह न केवल खाने का स्वाद बढ़ाता है, बल्कि इसमें मौजूद विटामिन्स और हेल्दी फैट्स भी स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होते हैं। घी का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इसका स्मोकिंग पॉइंट बहुत ऊंचा होता है, जिससे यह डीप फ्राई के लिए भी उपयुक्त होता है। इसके अलावा, घी का उपयोग आयुर्वेदिक चिकित्सा में भी होता है।

घी के फायदे (Benefits of Ghee): Best Oil for Indian Cooking

  1. High Smoke Point: घी का स्मोकिंग पॉइंट बहुत ऊंचा होता है, जिससे यह डीप फ्राई के लिए भी उपयुक्त है।
  2. Reusable: घी को बार-बार उपयोग किया जा सकता है, जबकि अन्य ऑयल्स को एक बार उपयोग के बाद फेंकना पड़ता है।
  3. Nutritional Benefits: घी में विटामिन ए, डी, ई और के होते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं।

घी के नुकसान

  1. Nutritional Benefits (महंगा): घी की कीमत अधिक होती है, जिससे इसे रोजाना उपयोग करना कुछ लोगों के बजट में नहीं होता।
  2. Saturated Fats (संतृप्त वसा): घी में संतृप्त वसा होती है, जो अधिक मात्रा में सेवन करने पर स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकती है।

निष्कर्ष

Best Oil for Indian Cooking के लिए कोल्ड प्रेस्ड तिल का तेल, सरसों का तेल, मूंगफली का तेल, नारियल का तेल और देसी घी सबसे अच्छे विकल्प हैं। इन ऑयल्स में न केवल पोषक तत्व बरकरार रहते हैं, बल्कि ये भारतीय व्यंजनों के स्वाद को भी बढ़ाते हैं। रिफाइंड ऑयल से बचें और अपनी सेहत का ध्यान रखें।

इन सभी ऑयल्स का उपयोग उचित मात्रा में करना चाहिए और इन्हें अपने दैनिक खानपान में शामिल करना चाहिए ताकि आपकी सेहत बनी रहे और खाने का स्वाद भी बेहतर हो।

Best Oil for Indian Cooking

 

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